पूजा हेतु आदर्श, सकरात्मक परिणाम हेतु
मानव शरीर अथवा कही भी बिना किसी दुष्प्रभाव के प्रयोग के लिए
शास्त्रों के अनुसार, प्रकृति के आशीर्वाद से सुहाग दीर्घायु बनाए
पूर्ण रूप से प्राकृतिक